जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा॥ .. और यही कारण है निराला जी तुलसीदास को कालिदास, व्यास, वाल्मीकि, होमर, गेटे और शेक्सपियर के समकक्ष रखकर उनके महत्त्व का आकलन करते हैं। By your grace, 1 will go to the immortal abode of Lord Rama right after https://www.youtube.com/watch?v=ufkmD95y7fE